आजकल स्टॉक मार्केट में कुछ शेयर ऐसे चमक रहे हैं जिन्हें देखकर निवेशक हैरान हैं। इनमें से एक है एलिटेकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड जिसका शेयर 5% अपर सर्किट लगाकर ₹494 प्रति शेयर पर पहुंच गया। यह सिर्फ एक दिन की बात नहीं है, बल्कि इसने 52-वीक हाई भी छू लिया है। अगर 52-वीक लो (₹11) देखें, तो यह शेयर 4377% का मल्टी-बैगर रिटर्न दे चुका है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर एलिटेकॉन का शेयर इतना क्यों बढ़ रहा है? आइए, इसके पीछे के कारणों को समझते हैं।

एलिटेकॉन का बिजनेस
1987 में स्थापित एलिटेकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (EIL) तंबाकू और संबंधित उत्पादों के निर्माण और ट्रेडिंग में सक्रिय है। कंपनी सिगरेट, खैनी, जर्दा, शीशा, फ्लेवर्ड तंबाकू जैसे उत्पाद बनाती है। इसके अपने ब्रांड्स भी हैं, जैसे:
- “इनहेल” (सिगरेट)
- “अल नूर” (शीशा)
- “गुर्र गुर्र” (स्मोकिंग मिश्रण)
यह कंपनी सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यूएई, सिंगापुर, हॉन्ग कॉन्ग, यूके जैसे बाजारों में भी इसका कारोबार फैला हुआ है। भविष्य में यह च्युइंग तंबाकू, स्नफ ग्राइंडर और माचिस से जुड़े उत्पाद भी लॉन्च करने की योजना बना रही है।
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
एलिटेकॉन का हालिया क्वार्टरली रिजल्ट देखें तो नंबर्स काफी प्रभावशाली हैं:
मेट्रिक | Q4 FY25 vs Q4 FY24 | FY25 vs FY24 (स्टैंडअलोन) |
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नेट सेल्स ग्रोथ | 232% (313 करोड़) | 424% (297.5 करोड़) |
नेट प्रॉफिट ग्रोथ | 222% (42.9 करोड़) | 574% (32.2 करोड़) |
कंसोलिडेटेड वार्षिक परिणाम (FY25) में
- कुल बिक्री: 548.76 करोड़ रुपये
- शुद्ध लाभ: 69.65 करोड़ रुपये
यानी बिक्री और मुनाफा दोनों में 2-5 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
FIIs ने भी दिखाया भरोसा
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भी एलिटेकॉन में दिलचस्पी दिखाई है:
- FY24 में उनकी हिस्सेदारी 22.81% थी
- FY25 में बढ़कर 38.30% हो गई
जब FIIs इतनी बड़ी हिस्सेदारी लेते हैं, तो समझा जा सकता है कि कंपनी में कुछ खास बात है।
मार्केट कैप और पिछले रिटर्न
- मार्केट कैपिटलाइजेशन: 7,887 करोड़ रुपये
- 5 साल का मुनाफा वृद्धि (CAGR): 243%
- 52-वीक लो (11.02 रुपये) से अब तक का रिटर्न: 4377%
ये आंकड़े बताते हैं कि लॉन्ग-टर्म निवेशकों को इस शेयर ने भरपूर मुनाफा दिया है।
निष्कर्ष
एलिटेकॉन का शेयर पहले ही अपर सर्किट में है और इसके फंडामेंटल्स भी मजबूत दिख रहे हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि तंबाकू सेक्टर में जोखिम भी हैं, नियम बदल सकते हैं, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं की वजह से मांग कम हो सकती है। लेकिन पूरी रिसर्च करने और मार्केट ट्रेंड्स को समझने के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Solo" की। याद रखें: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है, स्टॉक मार्केट जुआ नहीं, सही जानकारी और धैर्य से ही कमाई होती है| हमेशा खुद की रिसर्च करें य एक्सपर्ट की सलाह लें!