अगर आप भारत के PSU स्टॉक्स पर नजर रखते हैं, तो BHEL (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) आपके रडार पर होना चाहिए। हाल ही में खबर आई है कि कंपनी को सरकार की PM E-Drive योजना के तहत 72,300 इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन्स के टेंडर प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका मिल सकती है। यह खबर BHEL के शेयरधारकों के लिए एक बड़ी उम्मीद लेकर आई है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि क्या है पूरा मामला।

क्या है PM E-Drive योजना?
सरकार ने EV इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए PM E-Drive योजना शुरू की है, जिसका बजट 10,900 करोड़ रुपये है। इस योजना के तहत 2,000 करोड़ रुपये सिर्फ EV चार्जिंग स्टेशन्स पर खर्च किए जाएंगे। BHEL को इसका नोडल एजेंसी बनाया गया है, यानी कंपनी डिमांड एग्रीगेशन और प्राइस डिस्कवरी की प्रक्रिया को संभालेगी।
चार्जिंग स्टेशन्स का ब्रेकडाउन कुछ इस तरह है:
- 22,100 चार्जर: कारों और एसयूवी के लिए
- 48,400 चार्जर: दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए
- 1,800 चार्जर: बसों और ट्रकों के लिए
सरकार इन चार्जिंग स्टेशन्स की स्थापना लागत का 80% से 100% तक वहन करेगी, जिससे BHEL को इस प्रोजेक्ट में मदद मिलेगी।
BHEL का ऑर्डर बुक मजबूत
मार्च 2025 तक BHEL के पास 1,96,328 करोड़ रुपये का पेंडिंग ऑर्डर बुक है। सिर्फ FY25 में ही कंपनी को 92,535 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले हैं। अब EV चार्जिंग स्टेशन्स का टेंडर मिलने से कंपनी का ऑर्डर बुक और मजबूत होगा।
कैसा रहा फाइनेंशियल परफॉर्मेंस?
- रेवेन्यू (FY25): 28,339 करोड़ रुपये (FY24 से 18.6% की बढ़ोतरी)
- नेट प्रॉफिट (FY25): 534 करोड़ रुपये (FY24 से 89.36% की वृद्धि)
हालांकि, BHEL का शेयर अपने 52-वीक हाई (335.40 रुपये) से अभी 23.67% नीचे 256 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह स्टॉक आकर्षक हो सकता है, क्योंकि पिछले 5 सालों में इसने 687% का रिटर्न दिया है।
क्या वैल्यूएशन महंगा है?
- P/E रेश्यो: 166.68x (इंडस्ट्री औसत: 55.68x)
- ROE: 2.17%
- ROCE: 4.46%
P/E रेश्यो देखकर लगता है कि स्टॉक महंगा है, लेकिन EV सेक्टर में ग्रोथ और सरकारी सपोर्ट को देखते हुए इसमें और अपसाइड हो सकता है।
निष्कर्ष
BHEL एक मजबूत PSU कंपनी है, जो अब EV इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भी अपनी पकड़ बना रही है। ऑर्डर बुक मजबूत है, प्रॉफिट बढ़ रहा है, और सरकारी प्रोजेक्ट्स का सपोर्ट भी मिल रहा है। शॉर्ट-टर्म में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए यह स्टॉक एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Solo" की। याद रखें: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है, स्टॉक मार्केट जुआ नहीं, सही जानकारी और धैर्य से ही कमाई होती है| हमेशा खुद की रिसर्च करें य एक्सपर्ट की सलाह लें!